What was the hidden truth behind Lucy 's plan in the movie "okja"?
Why ALF were worried about Mirando 's super pigs ?
this blog is in HindiOkja movie घूमती है mutant pigs के इर्द गिर्द। होता यह है कि Mirando Corporation ग़ैर क़ानूनी वैज्ञानिक विधि से कुछ सूअर पैदा करती है अपनी प्रयोगशाला में । इन सूअरों को लेकर Mirando कम्पनी जानती थी कि यह सूअर सामान्य सूअरों के मुकाबले 20 गुना ज्यादा बड़े हो जाएंगे। वैज्ञानिक विधि से पैदा किए जाने वाले जानवर आम जानवर से बड़े होते ही हैं इसीलिए okja movie में दिखाए गए सुपर pig की कल्पना सही लगती है ।क्यूंकि असल जिंदगी में भी ऐसे जानवर विज्ञान ने पैदा किए हैं जैसे कि 'liger' जो पैदा किया गया है एक मादा चीता के अंडाणु और एक शेर के शुक्राणु को मिलाकर। कुदरत में तो ऐसा नहीं हो सकता था। लेकिन कुदरत से छेड़छाड़ करने पर कुदरती जीवों का आकार छोटा या बड़ा किया जा सकता है ।इसी तरह की वैज्ञानिक विधि से दुनिया की सबसे छोटी कुत्तों की नस्ल पैदा की गई है। लेकिन okja movie में वो सूअर जिसका नाम okja था और उसके जैसे जो बाकी के जो सूअर थे जिन्हें Lucy Mirando ने दुनिया भर में भेज दिया था उन सूअरों को उस तरह से पैदा नहीं किया गया था जिस तरह से liger को पैदा किया गया ।
कुछ हद तक उन सुअरों को वैसे ही पैदा किया गया था जिस तरह DNA से छेड़छाड़ करके दुनिया की सबसे छोटी कुत्तों की नस्ल पैदा की गई है । पर कुदरत के तरीकों से छेड़छाड़ करने के भयानक नतीजे हो सकते हैं और Lucy Mirando ने विज्ञान की मदद से जो सूअर बनाए movie में दिखाया गया कि वो इससे भी पेचीदा कुदरती छेड़छाड़ का नतीजा थे । Lucy जानती थी कि अगर इन सुअरों को पूरी तरह वैज्ञानिक उपलब्धि के तौर पर दुनिया के सामने पेश किया गया तो society को इन सुअरों का मांस खाने के लिए मनाना मुश्किल हो जाएगा क्यूंकि विकृत जीवों का मांस खाने को Lucy अगर सही कहती तो बहुत बेइज्जती होती ,साथ ही Lucy को सज़ा भी मिल सकती थी कि उसने जानवरों पर ऐसे experiments कराए हैं जिनकी कानूनन इजाज़त ही नहीं है।
तो Lucy Mirando ने अपने इन सुअरों को विज्ञान की उस हद के अन्तर्गत ही रखा जो हद समाज ने स्वीकार कर ली थी वरना उसके सूअर परग्रही जीवों के जैसे देखे जाते और हम जानते हैं कि कोई भी इंसान aliens का मांस खाना पसंद नहीं करेगा और यही वजह है कि movie "okja'' में हमने देखा कि जानवरों के लिए उदारता रखने वाली टीम "ALF" और इसके सदस्य डरे हुए थे और नहीं चाहते थे कि इन सुअरों का मांस खाने के लिए बिक्री के लिए बाजारों में पहुंचे। लेकिन movie में खुल कर नहीं बताया गया कि इस तरह के जीवों का मांस खाने के क्या नुकसान हो सकते हैं? खुल कर इसीलिए नहीं बताया गया क्यूंकि कोई जानता नहीं है कि okja के जैसे किसी विकृत जानवर का मांस हम खाए तो इसके क्या नुकसान हो सकते हैं,लेकिन कईं इशारे हैं इसे समझने के लिए ताकि कल्पना मुमकिन हो सके ।जैसे कि विज्ञान बताता है कि हम लोग तो प्राकृतिक जीवों का मांस भी ढंग से पचा नहीं पाते हैं ।
हमारा लीवर मांस पचाने की कोशिश में थक जाता है और खाए मांस का जितना पाचन हो भी पाता है तो इससे भी शरीर में ज़बरदस्त तरीके से green house गैसें बनती हैं जो global warming के कई कारणों में से एक हैं ,यानि दुनिया भर के मांस खाने वाले लोगों को विज्ञान ने global warming के लिए ज्यादा ज़िम्मेदार माना है। कुदरती मांस खाने से भी इतनी परेशानी हमको होती है तो ज़रा सोचें okja में दिखाए गए सुपर pig🐖 का मांस खाए तो कितनी ज्यादा परेशानी हमको हो सकती है क्यूंकि Lucy Mirando ने तय किया था कि शुरुआत में ही सैकड़ों नहीं बल्कि हजारों लोग इन सुअरों का मांस खाएंगे ,Lucy का प्लान कामयाब होता तो फिर लाखों करोड़ों लोग Lucy के सुअरों का मांस खाते और यह मांस भी आम सूअर के मांस से ज़्यादा बिकता क्यूंकि कुदरत में यह हमेशा देखा है ज़्यादातर बार कि जो बातें ,जो चीज़े और जो आदतें सेहत के लिए ठीक नहीं होती उनका स्वाद सेहत को फायदा दे सकने वाली बातों के मुकाबले हमेशा ज़्यादा होता है ,आप कहीं भी देख लेना यह नियम आपको लागू मिलेगा ।
कुदरती जीवों की खुराक में ज़रा सा समझदारी भरा वैज्ञानिक बदलाव करके उनसे मिलने वाले अंडे ,दूध ,मांस आदि की क्वालिटी बढ़ाई जाती है लेकिन okja जैसे hybrid सूअर का मांस लंबे समय तक खाया जाए तो हम ठीक ठीक नहीं कह सकते कि क्या होगा? ...हो सकता है नए किस्म के कैंसर पनप जाएं या हो सकता है नई किस्म की पेचीदा बीमारियां पैदा हो जाएं या तो फिर एक बहुत दुर्लभ संभावना भी है जिसका मैं यहां ज़िक्र करना चाहूंगा ! कल्पना कीजिए कि extreme level तक hybrid किए okja जैसे जानवरों का मांस खाना शुरू करने के सालों के बाद इंसानों के शरीरों का नाज़ुक रासायनिक संतुलन बिगड़ गया और वो भी इस तरह कि अब आसानी से ठीक नहीं हो सकता ,अब यह हो सकता है कि हमारे वातावरण के जिन जीवाणुओं , विषाणुओं और सूक्ष्म जीवों के साथ हम हमेशा से रहते रहे हैं और जिनके साथ हमारा कोई भी झगड़ा नहीं था जब तक हम कुदरती आहार लेते थे
अब हमारे आहार में भयंकर बदलाव आ जाने के बाद हो सकता है यह सूक्ष्म जीवी अब हमारे साथ पहले के जैसे शांति पूर्वक नहीं रह सकेंगे और इसमें हमारी ही गलती होगी क्यूंकि हम अपनी आबादी को इस हद तक बढ़ाते चले गए और कुदरत को इस हद तक बर्बाद करते चले गए कि खाने की कमी की वजह से हमें ऐसे जानवरों को बनाना पड़ गया और उनका मांस भी खाना पड़ गया जिनका मांस हमें नहीं खाना चाहिए था और हम इंसानों के मामले में बहुत बड़ा सच यह है कि हम इंसान हालातों को बहुत ज्यादा बिगड़ने के बाद ही हालातों को ठीक से समझना शुरू करते हैं पर यह कोई ठीक बात नहीं। ...तो इस प्रकार हम देख पाए हैं कि ALF वालों के मन में okja जैसे जानवरों को लेकर बहुत पेचीदा किस्म का डर था जिसको फ़िल्म okja में तो उतना ज़ाहिर नहीं किया गया लेकिन अब आप जान गए हैं जिसके बारे में और मैं मानता हूं कि यह डर वाजिब है! That's all
Sumit Verma
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