Answer of the biggest question of the story ,"Before we go"
What Nick and Brooke were thinking about each other? What were the fears of them regarding to the future?
'Before We go' film की कहानी में हमने देखा कि Brooke और Nick उलझनों में फंसे दो इंसान थे और दोनों ही अपनी ज़िन्दगी की मुश्किलों से अकेले ही जूझ रहे थे। Brooke अपने पति की ओर से बेवफ़ाई पाकर दुःखी थी और Nick, Hannah से प्यार करता था लेकीन Hannah उसके प्यार को अपनाना नहीं चाहती थी। Brooke सच जानते हुए भी अपने पति के संपर्क में इसीलिए बनी रहना चाहती थी क्यूंकि वो अपने रिश्ते को भरपूर मौका देना चाहती थी ताकि अगर बाद में उसके और उसके पति के बीच बात नहीं भी बन पाती है और अगर दोनों को अलग होना ही पड़ जाता है तो उस समय Brooke को वक़्त रहते कोशिश न करने को लेकर दुःख न हो , इसीलिए Brooke अपने पति को फौरन छोड़कर नहीं जा सकी थी।
Brooke का फैसला समझदारी भरा था साथ ही कुर्बानियों भरा भी। ऐसा ही फैसला Nick ने भी किया हुआ था ; Nick अपने भीतर संगीत को ज़िंदा तो रखे हुए था लेकिन Hannah से दुबारा मिलने की खातिर Nick उस audition में भी जाने से कतरा रहा था जो उसके लिए life changing हो सकता था ।Hannah से मिलने जाता Nick तो किस्मत ने ऐसी setting की हुई थी कि music audition और Hannah से दुबारा मुलाकात, इन दोनो में से एक को ही चुन सकता था Nick, यानि जिंदगी बदलने के मौके को पाने की कीमत कुदरत यह चाहती थी कि Nick Hannah को भूल जाए, लेकिन Nick यह कीमत चुकाने को तैयार नहीं था । Nick ने तो अपने भविष्य की संभावनाओं को भी टाल रखा था और अपने जीवन की गति को रोक कर खुद को इस स्थिति में lock कर लिया था जहां वो Hannah का इंतज़ार कर सके अच्छे से और अगर Hannah उसे ढूंढने आए तो आसानी से उस तक पहुंच सके। ...पता नहीं Nick को ऐसी कौन सी उम्मीद मिल रही थी इस इंतज़ार से जो वो इतनी बड़ी कुर्बानियां भी हंस कर दिए जा रहा था?
ज़िन्दगी Brooke को Nick के नजदीक क्यों लाई? तो इसके पीछे यही कारण समझता हूं मैं तो, कि ज़िन्दगी Brooke को आराम देना चाहती थी, क्योंकि जब Brooke ने यह देखा कि Nick के पास इंतज़ार करने की वजह और उम्मीद दोनो ही नहीं हैं फ़िर भी वो प्यार के लिए कुर्बान होने को तैयार है तो Brooke को यह लगा कि Nick बिल्कुल उसके जैसा है , बल्कि प्यार निभाने में Brooke ने Nick को खुद से भी आगे माना था। ... "हम इस दुनिया में ऐसे अकेले नहीं हैं जो एक अजीब उलझी हुई ज़िंदगी जी रहे हैं" , यह एहसास हमारे आराम पाने की वजह तो बनता है क्यूंकि हमारा अकेलापन दूर हो जाता है।
Nick से मिलकर Brooke को भी बहुत आराम मिला , अपने पति से मिले गमों को भी Brooke भूल गई और Brooke से मिल कर Nick के मन में Hannah को लेकर जो दुःख था वो भी कुछ कम हुआ था और यह सिर्फ ली दी गई प्रेरणा का कमाल था।
दोस्ती का रिश्ता ज़िंदगी में अनेक बहानों से कायम होता है और यह रिश्ता ही दूसरे रिश्तों के अंदर रहकर उन बाकी रिश्तों को मजबूत बनाता है और अपने आप में एक सबसे ख़ास आराम देने वाला रिश्ता भी है लेकिन ज़िंदगी की कहानी खूबसूरत तब बनती है जब इस रिश्ते का गलत इस्तेमाल होने से बचा लें हम इसे। .... Brooke और Nick एक दूसरे का दुख समझते थे इसीलिए एक दूसरे का अकेलापन आसानी से दूर कर पा रहे थे लेकिन दोनों ही अपनी अपनी जगह बहुत सच्चे भी थे! ... इससे पहले कि इस न आरामदायक वक़्त का मोह उन्हे ये भुला दे कि इससे कहीं दूर उनकी एक अलग ज़िंदगी भी है , दोनों ने अपने इस पक्के होते चले जा रहे रिश्ते को तोड़ दिया; Brooke ने पहल की और Nick ने टूट जाने दिया, यूं समझो कि दोनों ने अपने रिश्ते का शरीर तोड़ दिया और आत्मा के जैसे मीठी यादें साथ लेकर ज़िंदगी के उसी पुराने सफर पर आगे बढ़ गए।
Nick से मिलकर मन शांत होने के बाद Brooke को पहले से भी ज्यादा यह लगने लगा कि वो सही थी जो अपने बेवफा पति का भी साथ दे रही थी क्यूंकि अगर साथ न दे पाती , ज़िंदगी अगर ऐसे नही जी रही होती तो Nick से भी कभी न मिल पाती और फ़िर इसका भी इशारा नहीं पा पाती कि प्यार की गहराई किस हद तक हो सकती है? इसीलिए Brooke अपने धोखेबाज पति के पास लौट गई लेकिन उसे धोखा नहीं दे पाई । ..... सच्चा प्यार करने वालों को प्यार की गहराई का कुछ न कुछ एहसास ज़रूर होता है , सामान्य रास्ते काम न करें तो भी कुदरत अजीब रास्ते बना सकती है हमें यह महसूस कराने और हम प्यार की अनंत गहराई को किस हद तक महसूस कर पाएंगे यह हम पर है, depend करता है इस बात पर कि जिससे हम प्यार करते हैं उसके प्रति हम कितने वफादार हैं? क्यूंकि प्यार का अमृत वफादारी के पात्र में ही टिकता है।
Brooke के कड़े फैसले से Nick को भी Hannah के प्रति अपने प्यार की याद आई , चाहें यह प्यार कभी भी Nick के लिए दिल के दर्द से बढ़कर कुछ बन नहीं पाया और फ़िर दर्द इतना बढ़ भी गया कि Nick ने ज़िंदगी को ही प्यार करना छोड़ दिया था लेकिन जीना नहीं छोड़ दिया। ज़िंदगी के फलसफे को बयां करती एक प्यारी सी कहावत है जो Nick ने ज़रूर सुन रखी होगी कि
"आए हैं दुनिया में तो जीना ही पड़ेगा
ज़िंदगी अगर है ज़हर तो पीना ही पड़ेगा।"
Brooke को अपनी ज़िंदगी से जाता देख Nick को भी Hannah की फ़िर से याद तो ज़रूर आई लेकिन इस बार Nick को Brooke की ही वजह से यह भी महसूस हुआ कि प्यार और प्यार में इंतज़ार करना गलत नहीं लेकिन ज़िंदगी को प्यार न करना ,यह गलत है! प्यार पाने के इंतज़ार की खातिर ज़िंदगी को संवारने की कोशिश न करना , यह गलत है! और इसकी खातिर ज़िन्दगी को दूसरा मौका न देना ,यह भी गलत है! .... मुझे लगता है कि अब मैं समझ पा रहा हूं कि बिछुड़ने के उन मुश्किल पलों में Brooke क्या सोच रही थी और Nick क्या सोच रहा था ? तो मुझे लगता है कि अब मैं इस कहानी के सबसे मुश्किल प्रश्न का उत्तर देने की दिशा में बढ़ रहा हूं । वही प्रश्न कि Nick ने क्या लिखा था आखिर उस कागज पर जो थे तो तीन से चार अल्फ़ाज़ लेकिन थे इतने दिलकश, इतने मीठे कि जिन्होंने Brooke को हंसने के लिए मजबूर कर दिया? लेकिन उससे पहले हमको यह समझना होगा कि Nick और Brooke का एक दूसरे को लेकर डर क्या था?
Nick को जब पता चला होगा कि Brooke उसे छोड़कर चली जाने वाली है तो उसने सोचा होगा कि वो उसे न जाने दे,उसे रोके , उसे समझाए , क्योंकि Nick ,Brooke या कोई भी बाहर का व्यक्ति नहीं बता सकता था कि भविष्य में भी Brooke को वो प्यार मिलेगा या नहीं जिसकी वो हकदार है? ....Nick इतना स्वार्थी नहीं जो केवल अपनी फिक्र करते हुए Brooke को रोकने की सोचे ! Brooke को अपने पास रोकने को लेकर Nick के मन में Brooke के प्रति यही सच्ची फिक्र ही रही होगी तो Nick ने रोका क्यों नहीं Brooke को? क्यूंकि Nick को यह भी भरोसा था Brooke पर कि Brooke हार मानने वालों में से नहीं ,जो भी होगा वो अपने आप को संभाल लेगी! और Brooke के मन में Nick को लेकर यकीनन यह डर रहा होगा कि Nick तो पहले ही टूटा हुआ दिल लेकर जी रहा है, तो कहीं Brooke के दूर चले जाने पर Nick कहीं अपने साथ कुछ ग़लत न कर बैठे!... Nick अगर Brooke को रोकता तो यकीनन Brooke का जाना मुश्किल हो जाता क्योंकि वो जानती थी कि उसे जाना ही होगा। एक वक्त के बाद सबको जिंदगी में आगे बढ़ जाना पड़ता ही है , न चाहें तो भी। लेकिन Nick ने जब इसे softly accept कर लिया तो Brooke को भी उम्मीद जगी कि उससे दूर जाना Nick भी शायद सह ही लेगा।.... कमाल है न यह दोस्ती का रिश्ता भी, जो बड़ी जल्दी अपने दोस्तों के बारे में आपको सबकुछ जानने का मौका दे देता है। सच्चे प्यार और सच्ची दोस्ती के लक्षण बिलकुल एक जैसे ही होते हैं क्योंकि दोनों ही जगह आप खुद से ज्यादा अपनों की फिक्र करने लगते हैं , फर्क बस इतना है कि सच्चा प्यार किसी एक साथ ही हो सकता है और दोस्ती का रिश्ता ,इसकी कोई सीमा नहीं ।
Brooke के मन में Nick को लेकर फिक्र थी क्योंकि Brooke को लेकर Nick ने तो यह मान लिया था कि Brooke आगे भी खुद को संभाल लेगी लेकिन Nick को लेकर Brooke यह नहीं मान पा रही थी कि Nick आगे भी खुद को संभाले रह सकेगा। इसीलिए जब Nick के छोड़े note ने Brooke को हंसा दिया तो मतलब साफ था कि उस note पर यकीनन कुछ ऐसा लिखा हुआ था जिसने Nick को लेकर Brooke के मन में रही फिक्र को शांत किया था। Nick के वो words कुछ यूं रहे होंगे
"मैं audition देने जाऊंगा!"
Brooke को इतने से समझ आ गया होगा कि Nick अतीत को पीछे छोड़ अपनी असली जिंदगी की ओर वापस चल पड़ा है। ....अपने बारे में नहीं बल्कि Nick के बारे में सोच कर खुश हुई थी Brooke. मैं मानता हूं कि उस कागज पर Nick अपनी contact details नहीं लिखेगा क्यूंकि Nick किसी भी तरह Brooke के लिए जिंदगी मुश्किल नहीं बना सकता, क्योंकि मन का एक नियम है कि एक बार जिसे सही मान लिया उसे चुनने के बाद मन को ज्यादा options देना ठीक नहीं होता वरना जो चुना है उसे अपनाने में दिक्कत होगी : ज्यादातर शादियों में तलाक का कारण यही होता है कि जब हमारा मन एक से ज्यादा partners के बारे में सोचने लगता है तो फिर एक में भी मन लग नहीं पाता। क्या यह पैमाना Brooke और Nick के रिश्ते पर लागू होता है? बिलकुल होता है क्यूंकि Brooke और Nick ने अपने रिश्ते को पवित्र दोस्ती के रिश्ते के अन्तर्गत बांधने की कोशिश की , ताकि अपनी अपनी राहों पर आसानी से जा सकें , उन्होंने इस रूप में ही इस रिश्ते को सबसे ज्यादा मीठा पाया था।
सच्चे प्यार की खास बात ही तो यह है कि शरीर से एक दूसरे के साथ होना ज़रूरी नहीं है प्यार का सुख पाने के लिए और प्यार सच्चा हो तो मर्यादा में रहना सबसे बड़ा सुख बन जाता है , फिर यह सच भी याद रखना आसान हो जाता है कि multiple options का मतलब total confusion भी होता है , प्यार की भाषा में इसे यूं बयां किया गया है कि एक साथ दो नावों में नहीं चढ़ा जा सकता। हर सच्चे प्यार करने वाले को यह नियम समझ आ जाते हैं, इसीलिए Nick किसी कागज पर लिखकर अपनी contact details Brooke को देकर उसे कमज़ोर नहीं बना सकता और न ही Brooke , Nick का फोन नंबर पाकर खुश हो सकती है क्योंकि Brooke जानती होगी कि उसके touch में रहने से Nick को भी अपने वर्तमान को संभालने में मुश्किल हो सकती है । हो सकता है कि Hannah के साथ साथ Brooke की यादें भी Nick को परेशान करने लगती। .... कभी कभी अपनों के भले के लिए ही उनसे बिछुड़ जाना ही अच्छा होता है पर यह दुःखी होने की भी बात नहीं है क्योंकि मुझे लगता है कि एक दिन Brooke और Nick ज़रूर मिलेंगे , तब जब उनकी जिंदगी का यह नाजुक वक़्त बीत चुका होगा और वो दोनो अपनी जिंदगी में काफी आगे निकल चुके होंगे ।..... कमाल की बात है कि उस एक रात में दोनों के बीच इतना कुछ हो गया था!
THE END
All by Sumit Verma
Answer of the biggest question of the story ,"Before we go"
What Nick and Brooke were thinking about each other? What were the fears of them regarding to the future?
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